झांसी की रानी लक्ष्मीबाई
झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई ने 1857 की क्रांति में अंग्रेज़ो के साथ बड़ा भयंकर युद्ध किया और पूरे देश में भारतीय नारी की वीरता को दिखाया । पर पूर्ण सहयोग न मिलने के कारण यह आंदोलन असफल रहा, … अधिक पढ़ें
झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई ने 1857 की क्रांति में अंग्रेज़ो के साथ बड़ा भयंकर युद्ध किया और पूरे देश में भारतीय नारी की वीरता को दिखाया । पर पूर्ण सहयोग न मिलने के कारण यह आंदोलन असफल रहा, … अधिक पढ़ें
भारत में कुल कितने राज्य है, भारत के राज्य और उनकी राजधानी, Bharat ke rajya aur rajdhani 2021, bharat me kitne rajya hai,स्थापना दिवस क्रमांक राज्य का नाम राजधानी स्थापना दिवस 1 आंध्र प्रदेश हैदराबाद 1 नवम्बर 1956 2 … अधिक पढ़ें
दंतीदुर्ग किस वंश का संस्थापक था, dantidurg kis Vansh ka sansthapak tha राष्ट्रकूट वंश का स्थापना दन्तिदुर्ग ने लगभग 736 ई. मे की थी । उसने नासिक को अपनी राजधानी बनाया । इसके बाद मान्यखेट को अपनी राजधानी … अधिक पढ़ें
चाणक्य नीति, chanakya niti in hindi, charakya niti स्त्रीणां द्विगुण आहारों बुद्धिस्तासां चतुर्गुणा । साहसं षड्गुणम चैव कामो अष्टगुण उच्यते ॥ पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियों का आहार दोगुना होता है बुद्धि चौगुनी, साहस 6 गुना, कामवासना 8 … अधिक पढ़ें
जैन धर्म के संस्थापक | jain dharm ke sansthapak जैन परम्परा में महावीर को जैन धर्म का संस्थापक नहीं माना जाता है। जैनों के अनुसार ,महावीर के पूर्व 23 तीर्थकरों ने समय-समय पर जैन धर्म का प्रचार प्रसार … अधिक पढ़ें
भारत का इतिहास, History of India In Hindi प्राचीन भारत का सम्पूर्ण इतिहास सिंधुघाटी सभ्यता जैन धर्म बौद्ध धर्म राजपूत काल आधुनिक भारत का इतिहास वैदिक सभ्यता महाजनपद काल सातवाहन वंश छत्रपती शिवाजी महाराज का इतिहास महाराणा प्रताप … अधिक पढ़ें
गौतम बुद्ध का जन्म, gautam buddha in hindi गौतम बुद्ध (gautam buddha)का जन्म लुंबिनी में 563 ई पूर्व के आस पास माना जाता है बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ था । उनका जन्म नेपाल की तराई मे … अधिक पढ़ें
बौद्ध धर्म के संस्थापक बौद्ध धर्म के संस्थापक सिद्धार्थ थे । जिनको गौतम बुद्ध के नाम से जाना जाता है । उनका जन्म लगभग 2500 वर्ष पूर्व माना जाता है । यह वह समय था लोगों के जीवन … अधिक पढ़ें
छत्रपती संभाजी महाराज (sambhaji maharaj)या शंभुराजे(संभाजी राजे भोसले) छत्रपती शिवाजी के पुत्र और उत्तराधिकारी थे। छत्रपती शिवाजी के बाद संभाजी छत्रपती बने और मराठा साम्राज्य की बागडोर अपने हाथों में लिया । मराठों का सबसे बड़ा शत्रु मुंगल … अधिक पढ़ें
Peshwa Balaji Vishwanath पेशवा बालाजी विश्वनाथ का जन्म कोकड़ प्रदेश के श्रीवर्धन गाँव के छितपावन ब्राह्मण के भट्ट परिवार मे 1662 ई. मे हुआ था । यह गाँव जंजीरा के सीदियों के शासन के अंतर्गत था। इनसे शत्रुता … अधिक पढ़ें
मगध सोलह महजनपदों मे से एक था । प्रारम्भ मे इसमें गया और पटना जिले तक आते थे। इनकी राजधानी गिरिव्रज थी । महाभारत और पुराणों मे मगध के सबसे प्राचीन राजवंश का नाम बाहद्रथ था । जिसमे … अधिक पढ़ें
पूर्व वैदिक काल में आर्य लोग अफगानिस्तान से गंगा यमुना नदी तट तक बसे हुए थे। पंजाब तथा सरस्वती नदी का तटवर्ती प्रदेश आर्य सभ्यता का गढ़ बन गया था। उत्तर वैदिक काल में आर्य संस्कृति का केंद्र … अधिक पढ़ें
दक्षिण भारत में चोल वंश को प्राचीनतम शासक माना जा सकता है । महभारत में इसका उल्लेख मिलता है और अशोक के अभिलेख में इसकी गड़ना स्वतंत्र राज्य के रूप में मिलता है । सिहली ग्रन्थ महावंश में … अधिक पढ़ें
चंदेल वंश का इतिहास | History of Chandel Vansh in Hindi चंदेल वंश को भारत के प्रसिद्ध वंश के रूप में जाना जाता है । चंदेल एक महान शासक तथा कुशल राजनीतिज्ञ थे । चन्देलों ने 4 शतब्दियों … अधिक पढ़ें
राष्ट्रकूट उन अधिकारियों को कहा जाता था जो राष्ट्र नामक राजनीति इकाई अथवा भूभाग पर शासन करते थे। राष्ट्रकूट पहले बादामी के चालुक्यों के अंतर्गत जिला अधिकारी थे। इनकी मातृभाषा कन्नड़ थी और इनके पूर्वज 640 ई में बरार … अधिक पढ़ें
सिंधु घाटी सभ्यता की खोज, Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi सिंधु घाटी सभ्यता भारत की सबसे प्राचीन सभ्यता में से एक है। 1922 के पहले इस सभ्यता के बारे में किसी को कुछ मालूम नहीं था। 1922 में … अधिक पढ़ें
वेदों के अनुसार प्राचीन भारत का इतिहास कई हजारों लाखों सालों का है, इसे देव भूमि भी कहा जाता हैं यहाँ मुख्य रूप से आर्य समाज के लोग निवास करते थे,जिसे आज का हिन्दू धर्म कहा जाता हैं। भारत … अधिक पढ़ें
वैदिक सभ्यता का काल, वैदिक काल ,vaidik sabhyata in hindi वैदिक साहित्य वैदिक काल – वैदिक साहित्य केवल भारतीय आर्यों का नहीं यह पूरे मनुष्य जाती का का सबसे प्राचीन साहित्य है । वेद का अर्थ है ज्ञान … अधिक पढ़ें
परमार वंश का संस्थापक, parmar vansh ka sansthapak दसवीं शदी के शुरुआत मे उपेंद्र अथवा कृष्णराज ने परमार वंश की स्थापना की, अथवा कृष्णराज को ही परमार वंश का संस्थापक माना जाता है . परमार शासक काला और … अधिक पढ़ें
मौर्य वंश का संस्थापक, Maurya vansh Ka Sansthapak मौर्य वंश के पहले मगध मे नन्द वंश का साम्राज्य था । नन्द वंश के राजा हमेशा भोग विलास मे दुबे रहते थे इस कारण इनका ध्यान अपनी प्रजा के … अधिक पढ़ें