मुहावरा का अर्थ | Muhavare kise kahate hain?
मुहावरा उन प्रयोगों को कहते है, जो लक्षणा या व्यंजना शक्ति के द्वारा विलक्षण अर्थ प्रकट करते है । मुहावरों का प्रयोग भाषा में माधुर्य तथा चमत्कार उत्पन्न करने के लिए किया जाता है । मुहावरों का शब्दार्थ ग्रहण नही किया जाता , उसका भावार्थ ग्रहण किया जाता है ।
परिभाषा
लाक्षणिक अर्थों से युक्त या सामान्य अर्थ से अलग विलक्षण अर्थ का बोध वाला वाक्यांश मूहवारा कहलाता है ।
ADVERTISEMENT
मुहावरें के उदाहरण , 20 मुहावरे और उनके अर्थ वाक्य प्रयोग
- कंधे डालना – अपनी ज़िम्मेदारी । जहाँ खर्च का प्रशन आया उसने कंधा दाल दिया ।
- खून पसीना एक करना – बहुत महनता करना । पिता जी ने खौ पसीना एक करके यह मकान बनवाया है ।
- निहाल होना – अत्यधिक खुश होना । रमेश के वयवहार ने हमें निहाल कर दिया ।
- नाक में दम करना – बहुत तंग करना । शिवाजी ने औरंगजेब की नाक में दम कर दिया था ।
- धूप में बादल सफेद करना – बिना अनुभव लेना अधिक उम्र का होना । तुमकों यह छोटा सा कार्य करना नहीं आता । मालु होता है तुम्हारे बाल धूप में सफ़ेद हुए है ।
- सिर पर कफन बांधना – मरने को तैयार रहना । आजादी के दीवाने भगत सिंह सिर पर कफन बांध कर घर से निकाल पड़ें ।
- मुंह की खाना – पराजीत होना । पाकिस्तानी सेना भारत से कई बार मुँह की खा चुकी है ।
- होम करते हाथ जलना – अच्छा काम करते हानि होना । मैंने अधिक परिश्रम करके अपने दोस्त की जान बचाई ।
- चार चाँद लगाना – और भी सुंदर होना । पत्रिका में विषय वस्तु उत्तम कोटी की है । और उसमें नयन भीराम चित्रों ने चार चाँद लागा दिया है ।
- खून के घूंट पीना – अधिक गुस्सा होना । मालिक द्वारा बेकसूर बेटे को पीटे जाते देखकर वह खून का घूंट पीकर रह गया।
- दाँत पीसना – गुस्सा परदर्शित करना । मुझे फूल तोड़ता देख माली दाँत पीसता हुआ मेरे पीछे दौड़ा ।
- चकमा देना – धोखा देना । वह चकमा देकर यहाँ से माल उठाकर गायब हो गया ।