पुष्यमित्र बौद्ध धर्म का समर्थक था | Pushyamitra baudh dharm ka samarthak tha

पुष्यमित्र बौद्ध धर्म का समर्थक था, 

साहित्य में पुष्यमित्र शुंग को बौद्ध धर्म का विरोधी और बौद्ध धर्म के अनुयायियों का उत्पीड़न करने वाला बताया गया है।दिव्यावदन के अनुसार उसने सियालकोट में यहाँ तक घोषणा कि की जो उसे बौद्ध भिक्षु का एक सिर देगा वह है उसे 100 सोने के सिक्के देगा।

तारानाथ ने भी कहा है कि पुष्यमित्र बौद्ध विरोधी था और उसने बौद्ध विहार जलवा दिए तथा बौद्ध भिक्षुओं का वध किया इस आधार पर कुछ विद्वान पुष्यमित्र को बौद्ध धर्म का उत्पीड़क मानते हैं।

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पर पुरातात्विक साक्ष्य से यह सिद्ध होता है कि सांची के स्तूप और वेदिकाओं के रूप में प्राप्त बौद्ध स्मारक शुंग काल के हैं। बौद्धों के प्रति उसके विरोध का कारण राजनीतिक था । उसके राजा बनने पर कुछ बौद्धों ने यूनानियों को सहयोग दिया । इस कारण बौद्धों को दण्ड देने के लिए उनका दमन किया गया।

यदि इस विरोध का कारण धार्मिक होता तो वह अपने गृहराज्य के पास के बौद्ध केंद्रों को पहले नष्ट करता, जो उसने नहीं किया ।

Priya Kapoor
Priya Kapoor
मैं प्रिया कपूर (Priya Kapoor), IndianHistoryHindi.com की संपादक हूँ, जहाँ मैं संस्कृति और साहित्य, शिक्षा और ज्ञान, साथ ही समाचार और अपडेट से संबंधित विषयों पर सामग्री साझा करती हूँ। डिजिटल सामग्री निर्माण में ८ वर्षों से अधिक अनुभव के साथ, मैं भारतीय इतिहास और संस्कृति के जटिल पहलुओं को स्पष्ट, रोचक और सूचनात्मक लेखों में बदलने में विशेषज्ञ हूँ। मेरा उद्देश्य पाठकों को उनके ज्ञान को गहरा करने, परंपराओं की सराहना करने और विश्वसनीय अपडेट के साथ सूचित रहने में मदद करना है। मुझे इतिहास और शिक्षा का जुनून है, और मैं हमेशा दर्शकों के लिए सटीक और मूल्यवान जानकारी प्रदान करती हूँ।